18 November 2024

15 नवंबर 2024 - विंध्‍य क्षेत्र माझी समाज महासंघ का शपथग्रहण समारोह सतना में संंपन्‍न

 15 नवंबर 2024 - विंध्‍य क्षेत्र माझी समाज महासंघ का शपथग्रहण समारोह सतना में संंपन्‍न हुआ। विंध्‍य क्षेत्र में माझी जनजाति के केवट, मल्‍लाह, भोई, ढीमर जिनका संवैधानिक जनजातीय अधिकार 1950 से लंबित है उसे प्राप्‍त करने की दिशा में यह विंध्‍य क्षेत्रीय संगठन का गठन किया जा  रहा है। ज्ञात हो कि देश की स्‍वतंत्रता के बाद प्रजातांत्रिक शासन घोषित होने के बाद संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंंबेडकर ने संविधान के अनुच्‍छेद 341 एवं 342 में भारत की उन जातियों के लिये जो सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक रूप से पिछड़े थे उनके लिये विशेष सुविधाएं प्रदान की गई थी। जिसके अनुसार आरक्षण का प्रावधान है। इस अनुच्‍छेद के तहत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति की वर्गीकृत जातियों की सूची तैयार की गई थी। ये सूचियां तत्‍कालीन नवगठित राज्‍यों की सरकारों द्वारा तैयार की गई थी। इन सूचियों को केंद्र सरकार के कानून मंत्रालय को भेजी गई जिन्‍हे राष्‍ट्रपति के हस्‍ताक्षर के बाद पुन: उन्‍हे राज्‍य सरकारों को लागू करने हेेेतु भेजा गया। 1950 में गठित विंध्‍य प्रदेश सरकार ने भी अपने राज्‍य से अनुसूूूूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के जातियों की सूची कानून मंत्रालय को भेजी थी। इसी क्रम में विंध्‍य प्रदेश की सरकार ने माझी जनजाति के रूप में केवट, मल्‍लाह, भोई, ढीमर जनजाति की सूची में दर्ज कर केंद्र सरकार को भेजी थी। किंतु केंद्र सरकार के अनुमोदन एवं राष्‍ट्रपति के हस्‍ताक्षर के बाद जो जनजाति की सूची विंध्‍यप्रदेश को प्राप्‍त हुई उसमें से केवट, मल्‍लाह, भोई, ढीमर को हटाकर केवल माझी लिखकर भेजा गया। इस प्रकार विंध्‍यप्रदेश के तत्‍कालीन 7 जिलों में माझी जाति जनजाति के रूप में माने जाने लगी। प्रश्‍न यह है कि माझी के  कोष्‍टक में दर्ज केवट, मल्‍लाह, भोई, ढीमर को क्‍यों हटाया गया। इसका क्‍या कारण है। वर्तमान में मध्‍यप्रदेश सरकार इन विलोपित जनजाति को पिछड़े वर्ग की सूूूची में डाल रखा है जिसके कारण इन चारों जातियों अपने संवैधानिक जनजातीय अधिकार से बंंचित हैं। इसी उदृेश्‍य से विंध्‍य क्षेत्र माझी समाज महासंघ का गठन हुआ है जिसमें वर्तमान समय में इस क्षेत्र 14 जिलो में जिला समितियों का गठन कर  केवट, मल्‍लाह, भोई, ढीमर को एकता के सूत्र में बांधना हैै। यदि हम सब संगठित होकर अपने अधिकार की बात करेंगे तो निश्‍चय ही सफलता के आसार प्रबल होंगे। संगठन अपने कार्य को अंंजाम तक पहंचाने के लिये जिला समितियों के गठन में लगा हुआ है। गठन की इसी क्रम में 15 नवंबर को गठित अनूपपूर, शहडोल, रीवा, सतना, पन्‍ना एवं छतरपुर जिला समितियों के शपथग्रहण एवं उनके नियुक्‍ति पत्रों के वितरण का कार्य सतना में द क्राउन रिसॉर्ट में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्‍य अतिथि श्रीमती गीता माझी जिला पंचायत सदस्‍य रीवा, एवं विशिष्‍ट अतिथि के रूप में श्रीमती सीमा केवट पूर्व विधान सभा प्रत्‍यासी अनूपपुर, राजमणि माझी रीवा, कार्यक्रम की अध्‍यक्षा महासंघ के प्रदेशाध्‍यक्ष श्री सुनील कश्‍यप ने किया। कार्यक्रम का संचालन आर. एस. माझी रीवा ने किया। महासंघ के संस्‍थापक एवं प्रबंध संचालक आर. एस. केवट सतना ने प्रतिवेदन वाचन कर संघ की गतिविधयों एवं आगामी योजनाओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम को जिला कार्यकारणी पदाधिकारी , जिला संंचालक, एवं प्रदेश कार्यकारणी पदाधिकारियों ने संबोधित किया। कार्यक्रम का समापन स्‍वल्‍पाहार के साथ हुआ।कार्यक्रम के कुछ छायचित्र निम्‍नानुसार हैं-
























15 March 2021

14 मार्च 2021 को सिजेहटा में महासंघ का जन जागरूकता सम्मेलन संपन्न हुआ

14 मार्च को महासंघ की जिला समिति सतना के तत्वाधान में महासंघ के जन जागरूकता सम्मेलन का आयोजन सेजहटा गॉव में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष मा. सुनील कश्यप उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में महासंघ के संस्थापक एवं प्रबंध संचालक श्री आर0 एस0 केवट, वरिष्ट समाज सेवी एवं पूर्व जिला अध्यक्ष श्री राजकरण केवट, पूर्व महासचिव श्री बालेश निषाद, पूर्व लोकसभा प्रत्यासी एवं समाज सेवी श्री रामकुशल केवट, समाज सेवी श्री लवकेश केवट, श्री दीपक केवट , श्री रामप्रवेश केवट, श्री राधिका प्रसाद केवट, श्रीमती मीना केवट, श्री इन्द्रजीत केवट उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सिजेहटा गॉव के सरपंच श्री राजकुमार केवट ने की।

     कार्यक्रम का शुभारंभ महाराज गुहराज निषाद, वीर एकलव्य, संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर एवं वीरांगना फूलन देवी की प्रतिमाओं को नमन कर दीप प्रज्जवलन एवं पुष्पांजलि के साथ हुआ। कु. हिमांशी बर्मन ने स्वागत गीत गाया। प्रबंध संचालक आर0 एवं केवट ने प्रतिवेदन वाचन कर महासंघ की गत एवं आगे सम्पन्न होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी के साथ साथ संघ की वित्तीय व्यवस्था मजबूत करने के संबंध में जानकारी दी। श्री रामकुशल केवट, श्री राजकरण केवट, श्री लवकेश केवट, श्री राधिका प्रसाद केवट, श्री राजकुमार केवट आदि सभी ने सामाजिक एकता को मजबूत कर एक जुट होकर अपने समाज को गुमराह होने से बचाने की अपील की साथ ही लोगों का आहवान किया कि समाज के लोग किसी के बहकावें में न फंसे अपने मत की कीमत समझें और अपने ही समाज के सामाजिक कार्यकर्ताओं को महत्व दें।

     महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष मा. कश्यप ने सामाजिक एकता को मजबूत करने की बात कही साथ ही माझी समस्या निवारण पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि समाज के संवैधानिक हक लड़ाई में सभी को तन-मन-धन से लगना होगा। श्री राजकुमार केवट ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कार्यक्रम के उद्देश्य की सराहना करते हुए  कहा कि ऐसे कार्यक्रम निरंतर होते रहने की जरूरत है। मै आगे भी संघ के कार्यक्रम में पूर्ण रूप से सहयोग प्रदान करता रहॅूगा। बच्चों एवं समाज में उत्क्रष्ट कार्य करने वालों को स्मृत चिन्ह प्रदान किये गये। सम्मेलन में सजेहटा एवं आसपास के स्वजातीय बहुल्य गावों के स्वजातीय बंधु काफी संख्या में उपस्थित हुए। 

कार्यक्रम के कुछ छाया चित्र निम्नानुसार हैं-

























28 February 2021

28 फरवरी 2021 - माझी समाज महासंघ की समीक्षा बैठक कृपालपुर में आयोजित हुई

     माझी समाज महासंघ की बैठक सतना जिले के कृपालपुर गॉव में आयोजित की गई। बैठक में महसंघ की प्रदेश समिति, जिला समिति, ब्लाक समितियाेें के पदाधिकारी सामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता श्री लवकेश केवट ने की। बैठक में निम्नलिखित बिंदुओं पर गहन विचार विमर्स किया - 1. माझी समस्या निवारण हेतु रणनीत तय करना, 2. महासंघ की वित्तीय व्यवस्था को सुदृण करना, 3. महासंघ की सभी समितियों को पुनर्गठित करना, वर्ष 2021 में बैठकों एवं सम्मेलनों की तिथियों का निर्धारण। 

1. माझी समस्या निवारण हेतु सदस्यों ने निर्णय लिया कि माझी की पर्याय जाति मल्लाह, केवट, भोई एवं ढीमर को पिछड़े वर्ग की सूची के क्रमांक 12 से विलोपित कराया जाय। जिससे माझी जनजाति की इन जातियों को माझी की मान्यता मिलने में आसानी हो सके। 

2. महासंघ की वित्तीय व्यवस्था मजबूत करने के लिये गॉव गॉव में बैठके एवं सम्मेलन कर जन जागरूकता फैलाने के कार्य के साथ साथ आर्थिक सहयोग प्राप्त किया जायेगा। 

3. महसंघ की सभी समितियों को शीघ्र भंग कर नये चुनाव कराने का प्रस्ताव पारित किया गया। जिसके तहत प्रदेश समिति के गठन हेतु प्रदेश स्तरीय अधिवेशन कराने की भी योजना रखी गई। सभी जिला समितियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने अपने  जिलों की कार्यकारिणियों का गठन कर प्रधान कार्यालय सतना को जानकारी से अवगत करायें। 

बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों ने अपने अपने विचार रखे सर्वप्रथम प्रदेशाध्यक्ष श्री सुनील कश्यप ने महासंघ की माझी समस्या पर विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि करोना काल में भी माझी की समस्या को हल कराने के लिये कार्यवाही जारी रही है। श्री लवकेश केवट ने संघ को आर्थिक रूप से मजबूत करने पर जोर दिया। श्री रामकुशल केवट ने हर सप्ताह नियमित बैठकें लेने पर जोर देते हुए कहा कि जिला स्तरीय बैठक इसी उर्मिला दास आश्रम में करायी जाय। बैठक में श्री सतीष कुमार केवट, श्री बालेश निषाद, श्री राधिका प्रसाद वर्मा, श्री दीपक केवट, श्री रामप्रवेश केवट, श्री दिनेश केवट, श्री उत्तम केवट, श्री राजकरण केवट, श्री रामू प्रसाद केवट ने अपने विचार रखे। 

    महासंघ के प्रबंध संचालक श्री आर0 एस0 केवट ने कहा कि संघ को गतिशील बनाये रखने के लिये इसके ढॉचे को मजबूत करना बहुत जरूरी है। जो भी वांछित परिणाम नही दिख रहे है उसका कारण मात्र महासंघ की कार्यकारियों की निष्क्रियता है अत: आगामी जून माह तक महासंघ में सक्रिय युवा भागेदारी को प्रोत्साहित कर आगे लाना होगा। तभी समाज की माझी समस्या सहित समाज का सर्वांगीर्ण विकास संभव हो सकेगा। 

 आगामी बैठक रविवार 14 मार्च को कृपालपुर में ली जायेगी। बैठक के अंत में हाल में ही घटित घटना भानू हत्याकांड पर दुख जताते हुए हुत आत्मा की शांति के लिये सभी सदस्यों ने 2 मिनट का मौन रखा एवं बैठक समाप्त घोषित हुई।   






   

   


22 July 2017

19 जून 2017 को जिला समिति सतना की कार्यकारणी को सपथ दिलाई गयी

जिला समिति सतना का शपथ ग्रहण कार्यक्रम 19 जून 2017  को देवरा ग्राम में आयोजित हुआ,  महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष श्री सुनील काश्यप  कार्यकारणी सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाते हुए.

15 नवंबर 2024 - विंध्‍य क्षेत्र माझी समाज महासंघ का शपथग्रहण समारोह सतना में संंपन्‍न

 15 नवंबर 2024 - विंध्‍य क्षेत्र माझी समाज महासंघ का शपथग्रहण समारोह सतना में संंपन्‍न हुआ। विंध्‍य क्षेत्र में माझी जनजाति के केवट, मल्‍लाह...