15 February 2013

क्या समाज के प्रति सबकी सोच समाप्त हो रही है ?


       बन्धुऒ निषाद समाज जिस तरह के जीवन के साथ अपना जीवन यापन कर रहा है उसमे बड़ी गंम्भीरता के साथ विचार करने की आवश्यकता है। इस समाज के लोग कुछ तो अपने को निषाद लिखकर अपने को समाज में उच्च दर्जा प्राप्त समुदाय के रूप में मान्यता हासिल करने के रूप में मानता है। वही पर मल्लाह केवट नाविका आदि को नीचा समझ रहे हैं। आपस के भेद भाव के बीज ही सायद हमारे विकास के बाधक है। समाज के लोगों में अशिक्षा  व अज्ञानता के कारण यह स्थित बनी हुई है। समाज के ज्ञानी पड़े लिखे लोगों का अपनों से दूरी बनाना व समाज के विकास के कार्यो में रूचि न रखना सबसे बड़ी बढ़ा है। समाज विकास की सोच रखने वाले अति न्यून सामाजिक कार्यकर्ताओं को सम्बल व सहस न मिलना भी हमारी एकता के बाधक है। देखने में येसा भी आया है की समाज के सक्षम लोग अपने अन्य गरीब समुदाय से कोई वास्ता नहीं रखते जिससे समाज की एकता में बड़ी खाईं बनती जा रही है। आज के आधुनिक युग एवं प्रजातान्त्रिक व्यवस्था में सबको साथ लेकर चलने एवं समाज में दलित जीवन व्यतीत कर रहे भाइयों के जीवन में सुधार लाने उपायों पर कार्य करने की जरूरत है। समाज के उन सह्रदय भाइयों का भरपूर तन मन धन से हौसला बढ़ाने की आवश्यकता है जो राजनीतिक पार्टियों से सम्बध्द हैं। समाज के राजनीतिज्ञों से भी यह अअपेक्षा होनी चाहिए की वो व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठकर समाज के हित में अधिक से अधिक काम करें। पढ़े लिखे नवयुवक एवं समाज का शासकीय तपका    अपने मन येसी शंका पाल रखा है की हम कैसे समाज का व उसके विकास के लिए कार्य कर सकते हैं, मेरी इस समुदाय के लिए यही सुझाव है की आप समाज के लिए शिक्षा में अवशरो की बाते विकास [परख लेख सुझाव अपनों के बीच बाटें मतलबी न बनें। कर्मचारी वर्ग आर्थिक सहयोग के लिए आगे आयें। उन सभी प्रबुद्ध वर्ग से मेरा सुझाव है की सामाजिक संगठन तो बहुत सारे है। लेकिन वे सभी या तो अपने स्थानीय स्तर पर जैसे जिला स्तर प्रदेश स्तर या समुदाय स्तर पर ही कार्य कर रहे हैं। साथ ही इन सबकी अलग अलग नीतिया व एजेंडे है। सभी संगठनों को एक  करने की जरूरत है राष्ट्रीय स्तर अखिल भारतीय निषाद समाज के रूप हो जिसका एक ही एजेंडा हो। देश के सभी निषाद समाज के  नव युवक एवं नवयुवतियो के भाग लेने की जरूरत है। आशा है आप यदि मेरे इस सुझाव को पढते हैं तो कुछ करने की चाहत आपके मन में पैदा होगी, यही आप सब में मेरी अपेक्षा है।

                                                                                                 आर0 एस0 केवट 
                                                                                     संस्थापक एवं मैनेजिंग डायरेक्टर  

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